मानवता की थाली से बंटा प्रेम – बृज की रसोई में जरूरतमंदों के बीच पहुँचा स्नेह

सामाजिक समरसता का संदेश लेकर निकला मानवता का कारवां : दीपक भुटियानी 
 
लखनऊ,उजाला सिटी। प्रेरणास्रोत बाबा नीम करौली जी की कृपा और इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी (पंजी.) के सहयोग से रविवार को बृज की रसोई के अंतर्गत निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संस्था के सदस्य संजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य अकिंचन, निराश्रित, असहाय बच्चों और बुजुर्गों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना तथा उन्हें समाज के स्नेह और अपनत्व का एहसास कराना है।
विकास पाण्डेय ने अवगत कराया कि सेवा कार्य प्रारंभ होने से पूर्व सभी स्वयंसेवक साईं मंदिर, सेक्टर–जे (आशियाना) पर एकत्र हुए, जहाँ से सेवा स्थल के लिए प्रस्थान किया गया।
वहीं दीपक भुटियानी ने बताया कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है का संदेश लेकर भोजन वितरण कार्य सेक्टर–एम रिक्शा कॉलोनी, रतन खंड पार्क, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के निकट झुग्गी-झोपड़ियाँ, निर्माणाधीन भवनों में कार्यरत श्रमिकों के अस्थायी निवास, नगर निगम जोन-8 की मलिन बस्तियाँ तथा रतनखंड पानी टंकी सहित अनेक क्षेत्रों में सम्पन्न हुआ।
संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने बताया कि बृज की रसोई का यह अभियान निरंतर संचालित है और समाज के सभी वर्गों से सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि भूखे को अन्न और असहाय को सम्मान देना ही सच्ची पूजा है, हमारा प्रयास है कि कोई भी पेट भूखा न रहे।
इस अवसर पर रामकथा आयोजक समिति सेक्टर आई से आदित्य शुक्ला एवं उनके सहयोगियों ने भी उत्साहपूर्वक भोजन वितरण में भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं तथा युवाओं ने भी सेवाभाव से सक्रिय सहयोग किया। बच्चों के चेहरों की मुस्कान और बुजुर्गों की दुआओं ने इस आयोजन को भावनात्मक बना दिया, जिसने समाज सेवा की एक सजीव मिसाल प्रस्तुत की।
पीयूष श्रीवास्तव ने बातचीत में कहा कि कार्यक्रम के सफल संचालन में इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के कार्यकर्ता दल की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। उन्होंने उपस्थित जनों से अपील की कि थोड़ा-थोड़ा सहयोग जब एक साथ जुड़ता है, तो किसी की भूख मिटाने का सुख समाज में आशा की किरण बन जाता है।
संस्था के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों ने मिलकर लगभग 1500 जरूरतमंदों को सप्रेम पूड़ी, मिक्सवेज और मिष्ठान में हलुआ परोसा गया।
कार्यक्रम में पंकज राय, संजय श्रीवास्तव, दीपक भुटियानी, पीयूष श्रीवास्तव, विकास पाण्डेय, मुकेश कनौजिया, अखिलेश सिंह, दिनेश पाण्डेय, नवल सिंह, गोविन्द सिंह ठाकुर और दिव्यांश शर्मा सहित अनेक समाजसेवियों ने सक्रिय योगदान दिया।
अंत में, सभी उपस्थित लोगों ने इसे एक प्रेरणादायक एवं हृदयस्पर्शी अनुभव बताते हुए ऐसे सेवा कार्यों को निरंतर आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।