सूफी रंगत के साथ रिवायत के परिधानों में दिखी परम्परा और संस्कृति की झलक

-रीना ढाका के आकर्षक परिधानों को पहन आत्मविश्वास से लबरेज दिखी मॉडल।

-लखनऊ में फैशन के नए रंगों से रिवायत फैशन वीक ने कराया रू-ब-रू।

-दिल्ली, मुम्बई के नामी मॉडल्स लखनऊ में फैशन के प्रति बढ़ाया आकर्षण।

 

लखनऊ,उजाला सिटी। रिवायत फैशन वीक 2025 के दूसरे दिन कुल 40 मॉडल्स ने रैम्प पर जलवा बिखेरा, जिनमें से 32 फीमेल मॉडल्स और 8 मेल मॉडल्स शामिल थे l

 

 

‘शहर – जहां ज़िंदगी फैशन के रंगों में ढलती है"

 

रिवायत फैशन वीक 2025 के दूसरे दिन “शहर” थीम के अंतर्गत भारत के विभिन्न नगरों की संस्कृति, कारीगरी और रंगों को रैम्प पर सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया। लखनऊ, जयपुर, मुंबई और बनारस जैसे शहरों की आत्मा को परिधानों की खूबसूरती में पिरोया गया। हर कलेक्शन ने शहरी जीवन की चहल-पहल, परंपरा और आधुनिकता के अनोखे संगम को दर्शाया।

 

 

“रीना ढाका के कलेक्शन में झलकी भारतीयता की आधुनिक चमक”

 

फैशन वीक के दूसरे दिन का समापन मशहूर डिज़ाइनर रीना ढाका के बोल्ड और प्रयोगशील कलेक्शन के साथ हुआ, जिसमें पारंपरिक भारतीय हस्तकला को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया गया। उनकी डिज़ाइनों ने यह संदेश दिया कि भारत का “शहर” सिर्फ़ जगह नहीं, बल्कि रचनात्मकता, ऊर्जा और सौंदर्य का जीवंत प्रतीक है।

 

कृति राठौर का कलेक्शन – “Regal Rajputana (The Royals)”

 

राजस्थान की रॉयल डिज़ाइनर कृति राठौर ने अपने संग्रह “Regal Rajputana” के माध्यम से राजपूताना की शाही विरासत को आधुनिक आयाम दिए। उनके परिधानों में पोशाक, शेरवानी और अंगरखा जैसी पारंपरिक शैलियाँ सुनहरे और चाँदी के तारों से बुनी गईं। यह संग्रह राजाओं-रानियों के वैभव और गरिमा की झलक पेश करता है — जिसे आधुनिक दुल्हन अपने पारंपरिक वैभव के प्रतीक के रूप में संजो सकती है। हर परिधान राजस्थान की शाही आत्मा और ‘नीले खून’ की गरिमा का प्रतिनिधित्व करता है।

 

 

रोज़ी आहलूवालिया का कलेक्शन – “Noor Raat” 

 

प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर रोज़ी आहलूवालिया, जिन्होंने हनी सिंह, शहनाज़ गिल, सोफी चौधरी और नरगिस फखरी जैसे सितारों को स्टाइल किया है, ने अपने नए संग्रह “Noor Raat” के माध्यम से रात की नर्म रोशनी और भारतीय सौंदर्य की कोमलता को साकार किया। यह संग्रह सितारों की चांदनी में झिलमिलाती नारी सुषमा को समर्पित रहा — जहाँ हर परिधान में शाश्वत सुंदरता और आत्मिक प्रकाश की झलक दिखाई दी।

 

“Indo Fusion” – परंपरा और आधुनिकता का मनमोहक संगम

 

आज की शाम की विशेष प्रस्तुति में डिज़ाइनर वैशाली कुमार ने अपना नया संग्रह “Indo Fusion” पेश किया, जो भारतीय परंपरा और पश्चिमी आधुनिकता का आकर्षक संगम था। इस कलेक्शन में साड़ियों, सिल्क और जॉर्जेट जैसे भारतीय फैब्रिक्स को आधुनिक कट्स, ड्रेप्स और सिल्हूट के साथ जोड़ा गया। उनका यह संग्रह इस विचार पर आधारित है कि फैशन सीमाओं से परे हैं जहाँ भारतीय कारीगरी की आत्मा, वैश्विक स्टाइल की आत्मविश्वास भरी झलक के साथ एक हो जाती है।

 

 

सुफ़ियाना प्रस्तुति – “काली काली ज़ुल्फ़ें”

 

शाम का माहौल और भी खुशनुमा बना एक सुफ़ी संगीतमय प्रस्तुति से, जहाँ लखनऊ के कलाकार यश और ऋषि ने “काली काली ज़ुल्फ़ें” गीत को अपनी मधुर आवाज़ में पेश किया। संगीत और फैशन के इस संगम ने दर्शकों को भावनाओं और रूमानी एहसासों से भर दिया।

 

लखनऊ घराने की नज़ाकत संग “रिवायत” का मंच सजा

 

डॉ. विकास अवस्थी, लखनऊ घराने के प्रसिद्ध नर्तक, ने “रिवायत” थीम के माध्यम से लखनऊ की तहज़ीब, कथक की परंपरा और नज़ाकत को खूबसूरती से प्रस्तुत किया।इस आयोजन में पारंपरिक कला, परिधान और बोली को आधुनिक शैलियों से जोड़ते हुए एक अद्भुत संगम देखने को मिला।प्रस्तुति में कलाकार सिमरन, ख़ुशी, अनुराधा, श्रेया, आदित्य और वैष्णवी शामिल रहे।

 

 

जनक बेदी, प्रबंध निदेशक, माईड्रीम ग्लोबल का वक्तव्य:

 

शहर’ आधुनिक भारत की धड़कन है — जहाँ विरासत और संघर्ष साथ चलते हैं, और हर गली में एक कहानी बुनी जाती है जिसे फैशन के ज़रिए पहना जा सकता है।”