सरकार कब तक औरंगजेब और अकबर और कुंभ के नाम का सहारा लेती रहेगी : लोकदल

बाबर-औरंगजेब को बेवजह घसीटा जा रहा है, सनातन विवाद पर लोकदल का बयान
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जाति-धर्म में उलझी राजनीति के शिकार आम लोग हो रहे है
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बोलबाला है. इसके विपरीत भारत में बीजेपी जाति-धर्म की चाशनी में सराबोर राजनीति की धारा बहा रही है
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लखनऊ,उजाला सिटी न्यूज़। औरंगजेब और बाबर पर हो रहे सियासी बयानों पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह जी ने कहा है कि
बाबर और औरंगजेब को बेवजह घसीटा जा रहा है. उन्होंने कब चाहा था कि सनातन धर्म खत्म हो जाए। लोकदल के  सुनील सिंह जी ने कहा है कि  बयानों और जुबानी हमलों में आए दिन इतिहास से जुड़े किसी न किसी कैरेक्टर का नाम सुनाई देता रहेगा।  क्रूर मुगल शासक औरंगजेब और अकबर नाम का जिक्र  होता रहेगा। सरकार निशाना साधने के लिए औरंगजेब और अकबर,कुंभ  का  सहारा ले रही है। आने वाले दिनों में इतिहास से जुड़े इस तरह के और भी कई नाम सुनने को मिल सकते हैं। यह इतिहास से जुड़ा मामला है। भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आज़ाद हुए 76 साल से अधिक समय हो गया है. इसके बावजूद यहाँ व्यावहारिक स्तर पर बीजेपी का आधार अभी भी जाति-धर्म ही है।
जातीय और धार्मिक भावनाओं को उभारकर राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति की जा रही है। 21वीं सदी के तीसरे दशक में हैं. यह डिजिटल सदी है. दुनिया तकनीकी विकास के उस युग में पहुँच चुकी है, जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बोलबाला है.हम अपनी तुलना चीन और जापान से नहीं करते है। इसके विपरीत भारत में बीजेपी अभी भी जाति-धर्म की चाशनी में सराबोर राजनीति की धारा बहा रही है देश में जाति-धर्म की मिलावट के मोर्चे पर भारत में कुछ भी नहीं बदला है। जिससे आम जनता चाहकर भी जाति-धर्म के चंगुल से बाहर नहीं निकल पा रही है बीजेपी  को सिर्फ़ और सिर्फ़ सत्ता हासिल करने की महत्वाकांक्षा तक सीमित  है. इस महत्वाकांक्षा को हासिल करने में बीजेपी और उसके नेता किसी भी हद तक जाने को तैयार  है।