उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
25/06/2025
शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में भरी उड़ानः सी.एम.एस.
में ‘व्योमोत्सव’ के माध्यम से मनाया गया जश्न!
लखनऊ, 25 जून। आज दोपहर जैसे ही स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट ने अमेरिका के फ्लोरिडा से भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे आकाश की ओर उड़ान भरी, वैसे ही सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस स्थित वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशर सेंटर (WUCC) तालियों, अश्रुपूरित आँखों और हर्षाेल्लास की गर्जना से गूंज उठा। सी.एम.एस. के पूर्व छात्र और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु “शुक्स” शुक्ला आज AXIOM-4 अंतरिक्ष मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो गए।
इस ऐतिहासिक क्षण को चिरस्मरणीय बनाने हेतु सी.एम.एस. ने ‘व्योमोत्सव’ का आयोजन किया एक जीवंत और अविस्मरणीय शैक्षिक आयोजन, जिसने विद्यालय को एक मिनी स्पेस सेंटर में तब्दील कर दिया। कार्यक्रम में शामिल हुए शुभांशु के माता-पिता, बहनें, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, शहर के गणमान्य नागरिक, शिक्षकगण व हजारों छात्र, जिनकी आँखों में अब अंतरिक्ष के सपने और भी गहराई से बस गए हैं। कार्यक्रम की विशेष झलकियाँ रहींः लाइव लॉन्च टेलीकास्ट, अंतरिक्ष स्टेशन की ’कपोला’ विंडो की प्रतिकृति, "Defy Gravity" फोटो बूथ, टेलीस्कोप से आकाश दर्शन, एवं सिम्युलेटेड मिशन कंट्रोल सेंटर - जिससे यह आयोजन विज्ञान, गर्व और प्रेरणा का अद्भुत संगम बन गया।
शुभांशु शुक्ल का जन्म 1985 में लखनऊ में हुआ और उन्होंने सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस से मॉन्टेसरी से लेकर कक्षा 12वीं तक शिक्षा प्राप्त की। तत्पश्चात वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक होकर वर्ष 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त कर फाइटर पायलट बने। 2000 से अधिक घंटे का उड़ान अनुभव रखने वाले शुभांशु को वर्ष 2019 में गगनयान मिशन के लिए चुना गया और बाद में AXIOM-4 मिशन के लिए पायलट नियुक्त किया गया। अपने 14 दिवसीय अंतरिक्ष अभियान में वे नासा की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पेगी व्हिटसन (मिशन कमांडर) तथा हंगरी व पोलैंड के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर मानव शरीर, पोषण और शून्य गुरुत्वाकर्षण में बीज अंकुरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर शोध करेंगे।
सी.एम.एस. की संस्थापिका-निदेशिका डॉ. भारती गांधी ने कहा, “सी.एम.एस. के अनेक छात्रों ने विद्यालय का नाम रोशन किया है, परंतु शुभांशु की यह अंतरिक्ष यात्रा प्रत्येक भारतीय बालक के लिए संभावना का प्रकाशस्तंभ बन गई है।” विद्यालय की प्रबंधक एवं अध्यक्ष प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा, “हमारे कक्षा-कक्षों में जिज्ञासु छात्र से लेकर एक दूरदर्शी अंतरिक्ष यात्री बनने तक का शुभांशु का यह सफर, ‘विश्व एकता व शांति हेतु शिक्षा’ के हमारे मिशन का मूर्त रूप है।”
लॉन्च से पूर्व शुभांशु ने पूरे देश को प्रेरित करते हुए कहा था, “ सितारे भी हासिल किये जा सकते हैं .. “ जय हिन्द।” आज यह पंक्ति देशभर में युवा वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन चुकी है। कार्यक्रम के समापन पर “जय जगत” और “भारत माता की जय” के जयघोष गूंज उठे और स्पष्ट हो गया कि अब भारत के अंतरिक्ष स्वप्न को एक नया चेहरा मिल गया है - ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला।