विश्व रंगमंच दिवस पर नाटक का मंचन

लखनऊ,उजाला सिटी  न्यूज़। मदर सेवा संस्थान और संस्कृति विभाग के सहयोग से विश्व रंगमंच दिवस में आज नाटक भगत सिंह और मैं में आज का वो व्यक्ति मनोज जो भगत सिंह के विचारों से ज़्यादा लैस था तो अब बाज़ार मे साथ ताल मेल मिलाकर चल रहा है l उसके अंतर्मन से भगत सिंह की आवाज़ उसको झकझोर देती है l की कब तक तुम मेरे विचारों को  बेचते रहोगे अपने स्वार्थ के लिए ... भगत सिंह की इन बातो को मनोज अपनी गलतियों की माफ़ी मांगता है और फिर से समझदारी के साथ भगत के विचरों के शान पर चलता है l
नाटक का लेखन, निर्देशन व अभिनय महेश चंद्र देवा का रहा l 
संगीत श्रीकांत गौतम वेशभूषा सोनाली रूपसज्जा आदित्य का रहा l