उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
08/11/2025
चुनाव आयोग मौन क्यों है- आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’
सवाल चुनाव आयोग से जवाब भाजपा क्यों देती है-आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’
एसआईआर के जरिए देश की जनता का मताधिकार चुराने की साजिश है-आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’
लखनऊ,उजाला सिटी। भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से पूरे देश में वोट चोरी की जा रही है। विगत दिनों पूर्व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने वोट चोरी के विरूद्ध आवाज बुलंद कर देश की जनता को जागरूक किया। कांग्रेस पार्टी द्वारा वोट चोरी के खिलाफ पूरे देश में एक वृहद स्तर पर देश के आम नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक अभियान चलाया था। जिसकी आज उत्तर प्रदेश में समस्त चरणों की प्रक्रिया पूर्ण होने पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर एक प्रेसवार्ता आयोजित हुई जिसमें उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना जी ने सम्पूर्ण अभियान की विस्तृत जानकारी पत्रकारों के साथ साझा की।
प्रेसवार्ता में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी0एल0 पुनिया -सांसद, सांसद किशोरी लाल शर्मा , सांसद उज्जवल रमण सिंह जी, पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान कोषाध्यक्ष शिव पाण्डेय, मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवी, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रूद्र दमन सिंह बबलू, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि 7 अगस्त 2025 को वोट चोरी के खिलाफ राहुल जी की पहली प्रेस वार्ता के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा पूरे देश के समस्त प्रांतों में वोट चोरी के विरूद्ध अभियान चलाया गया।
मोना ने बताया कि उक्त अभियान के तहत दिनांक 12 एवं 13 अगस्त 2025 को उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी जी की प्रेसवार्ता को अलग-2 स्थानों पर प्रोजेक्टर/वीडियो के माध्यम से दिखाया गया। दिनांक 14 अगस्त 2025 को सायं 7:30 बजे राजधानी (लखनऊ) कैंडल मार्च आयोजित किया गया। दिनांक 7 सितम्बर 2025 को बिसवाँ जनपद सीतापुर में ‘‘वोट चोर गद्दी छोड़’’ राज्य स्तरीय रैली का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि दिनांक 15 सितम्बर 2025 से 8 नवंबर 2025 तक पूरे प्रदेश में वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जिसके तहत 1795370 प्रदेशवासियों के हस्ताक्षर कराए गए हैं जिन्हें दिल्ली भेजा जा रहा है।
आराधना मिश्रा मोना जी ने कहा कि नवंबर अंतिम सप्ताह में रामलीला मैदान, दिल्ली में विशाल ‘‘वोट चोर गद्दी छोड़’’ रैली आयोजित की जाएगी और उसी दिन पूरे देश से 5 करोड़ हस्ताक्षर महामहिम राष्ट्रपति जी को सौंपे जायेंगे।
प्रेसवार्ता को आगे संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि बिहार में फॉर्म और जरूरी दस्तावेज जमा होने के बावजूद लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब हैं। जो भाजपा के वोटर नहीं हैं उनके नाम छांट-छांट कर सूची से काट दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में पहले चरण के मतदान के बाद दूरदर्शन ने Tweet किया कि एनडीए ने पहले चरण में भारी बढ़त बना ली है-ऐसे में सवाल यह है कि काउंटिंग अभी तक हुई नहीं और यह पहले से कैसे जान गए हैं कि एनडीए बढ़त पर है- ठीक इसी तरह की बातें हमारे वोट चोरी के आरोपों को और मजबूती प्रदान करती हैं।
उन्होंने हाल ही हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान हुए वोट चोरी पर अपनी बात कहते हुए कहा कि कुल 2 करोड़ के वोटर में 25 लाख वोट चोरी यानी हर 8 में से 1 वोट की चोरी की चोरी हुई है।
डुप्लीकेट वोटर- 5,21,619
उन्होंने कहा कि हरियाणा में 5,21,619 डुप्लीकेट वोटर पाए गए हैं और चुनाव आयोग कहता है कि हमारे पास डुप्लीकेट वोटर हटाने का सॉफ्टवेयर है तो फिर वह उसका इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहा?
अमान्य पते-93,714
थोक वोटर-19,26,35
श्रीमती मोना ने कहा कि एक ही पते पर कहीं 66 वोट, कहीं 501 तो कहीं 108 वोट हैं और ऐसे कुल 19,26,351 वोट हैं।
नकली फोटो वाले वोट
1124,177 नकली फोटो वाले वोट हैं। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि 3 लाख 50 हजार ऐसे मतदाता हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में वोट डाला है और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनका वोट काट दिया गया है।
मोना ने कहा कि SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) वोट चोरी का एक नया हथियार है।
प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि 1960 का लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम कहता है कि पात्र मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल करना ईसीआई की जिम्मेदारी है, न कि मतदाताओं की। मोना ने कहा कि 2003 के एसआईआर ने बिल्कुल वैसा ही किया था। प्रगणकों Enumerators ने प्रत्येक घर में योग्य मतदाताओं की तलाश की और उन्हें सूचीबद्ध किया। लेकिन पहली बार मतदाता सूची में नाम शामिल करने की जिम्मेदारी मतदाताओं को सौंप दी गई है।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने बताया कि 2003 के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि किसी व्यक्ति की नागरिकता निर्धारित करना गणनाकार का काम नहीं है। लेकिन इस बार ईसीआई प्रत्येक मतदाता की नागरिकता की स्थिति का परीक्षण कर रहा है।
जबकि 1995 में सुप्रीम कोर्ट में लाल बाबू हुसैन एवं अन्य बनाम Electoral Registration Officer एवं अन्य में दिए गए अपने निर्णय में साफ तौर पर कहा था कि नागरिकता निर्धारण का कार्य ईसीआई का नहीं है।
उन्होंने कहा कि ईसीआई का कहना है कि हम आधार कार्ड राशन कार्ड और वोटर कार्ड को नहीं मानेंगे। अगर सुप्रीट कोर्ट ने दखल ना दिया होता तो जिस तरह के कागजात ईसीआई मांग रहा था बिहार में उससे इस बात की पूरी संभावना थी कि बिहार के 2 से तीन करोड़ गरीब मतदाता अपने मताधिकार के अधिकार से वंचित रह जाते।
एसआईआर के बारे में नियम पुस्तिका क्या कहती है?
मोना ने कहा कि वोटर रोल को अपडेट रखने के लिए, ईसीआई दो नियमित प्रक्रियाओं का संचालन करती हैः-
1. सारांश संशोधन Summary Revision (SR) → आमतौर पर चुनाव से पहले
2. गहन पुनरीक्षण Intensive revision (IR) समय-समय पर, चुनावों से स्वतंत्र।
मोना ने कहा कि 1960 के दशक के नियमों में किसी विशेष गहन संशोधन का कोई उल्लेख नहीं है और बिहार में वर्ष 2023 में जो हुआ ईसीआई की गाइडलाइन कहती थी कि वह: (Special Revision Of Intensive Nature) है। इलेक्शन कमीशन अभी कोर्ट में अपने दावों को सिद्ध करने के लिए कागजात पेश नहीं कर पाया।
उन्होंने बताया कि एसआईआर को सही ठहराने के लिए ईसीआई झूठे दावे कर रहा है कि एसआईआर 1951 और 2003-04 के बीच कई बार आयोजित किया गया था।
मोना ने कहा कि एसआईआर एक असंवैधानिक कवायद है।
प्रेसवार्ता के बाद वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत पूरे प्रदेश से 1795370 हस्ताक्षर फार्म से लोड गाड़ी को उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘‘मोना‘‘, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी0एल0 पुनिया-सांसद, सांसदगण किशारी लाल शर्मा एवं उज्जवल रमण सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी का झंण्डा दिखाकर ग्रीन सिंग्नल देकर दिल्ली भेजा गया। जिस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा भी लगया गया।