बिम्ब कला केन्द्र ने मनाया अपनी स्थापना के 45 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव

 

 

लखनऊ,उजाला सिटी न्यूज। राजधानी की प्रतिष्ठित साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संस्था बिम्ब कला केन्द्र की 45 वर्ष की यात्रा का उत्सव 'सुहाना सफ़र' शीर्षक से हिन्दी संस्थान के निराला सभागार में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का आरम्भ वाणी वंदना और रवि सारस्वत के बिना वाद्ययंत्र के शहनाई वादन से हुआ। दो सत्रों में आयोजित इस कार्यक्रम के पहले सत्र में बिम्ब स्मारिका का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार एवं उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी निदेशक उदय प्रताप सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जी.बी.पटनायक, प्रख्यात अभिनेता/रंगकर्मी डॉ.अनिल रस्तोगी, वरिष्ठ व्यंग्यकार एवं बिम्ब के मुख्य संरक्षक सूर्यकुमार पांडेय, संस्था के संस्थापक राजेश अरोरा शलभ, अध्यक्ष श्याम कुमार मिश्र व डीडी यूपी के कार्यक्रम प्रमुख आत्म प्रकाश मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर बिम्ब कला केन्द्र द्वारा संसाधन विहीन बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग दे रही संस्था 'समर्थ फ़ाउण्डेशन'को सहायतार्थ ₹11,000 की राशि भेंट की गई। दूसरे सत्र में युवा कवि-कवयित्री सम्मेलन का आयोजन किया गया।

संस्था के संस्थापक राजेश अरोरा शलभ ने बताया कि बिम्ब कला केन्द्र ने अब तक 175 से अधिक कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन कर चुकी है, जिसमें नाट्य मंचन, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, साहित्यिक व रंगकर्म संबंधी संगोष्ठियां, संगीत व नृत्य कार्यक्रम, प्रतिष्ठित कलाकारों/साहित्यकारों का सम्मान, नवोदित कलाकारों व कवि/कवयित्रियों के लिए प्रोत्साहन कार्यक्रम आयोजित करने के साथ-साथ समाज के संसाधनविहीन वर्गों की आर्थिक सहायता करना भी सम्मिलित है। 

इस अवसर पर गोपाल चतुर्वेदी की स्मृति में उनकी रचना 'जय देश-भारत-भारती' पर शशांक व शिष्या वल्लरी द्वारा मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया गया। सूर्यकुमार पांडेय ने कहा कि बिम्ब संस्था से वह विगत चार दशकों से जुड़े थे परंतु अब उन्हें  मुख्य संरक्षक के रूप में अपने अग्रज द्वय स्व. के.पी सक्सेना और स्व. गोपाल चतुर्वेदी के बाद, उनकी परंपरा के निर्वहन का गुरुतर दायित्व भी मिला है। विशिष्ट अतिथि डा.रस्तोगी ने कहा  कि यह संस्था हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। 

मुख्य अतिथि जी.बी.पटनायक ने कहा बिम्ब अन्य संस्थाओं से हटकर साहित्यिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त, बिना किसी सरकारी अनुदान के समाज के जरूरतमंद वर्ग के लोगों के लिए भी कार्यरत है, जो अत्यंत अनुकरणीय है। सभा की अध्यक्षता करते हुए उदय प्रताप सिंह ने बिम्ब की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए स्व. के.पी. सक्सेना और स्व. गोपाल चतुर्वेदी को याद किया। कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित के रूप में पद्मश्री विद्या बिन्दु सिंह, दूरदर्शन के पूर्व अपर महानिदेशक डॉ. एस.के.ग्रोवर, शास्त्रीय गायिका सुनीता झिंगरन, केवल कुमार, गुलशन भारती, अर्चना सतीश, गोपाल सिन्हा, पद्मा गिडवानी, भातखंडे संगीत विवि की पूर्व कुलपति डा.पूर्णिमा पांडेय सहित नगर की तमाम शख्सियतें उपस्थित रहीं।

दूसरे सत्र में उभरते रचनाकारों के प्रोत्साहन स्वरूप एक सरस युवा कवि-कवयित्री सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें निर्भय निश्छल, अंकुर पाठक, कुलदीप शुक्ला, वर्षा श्रीवास्तव, रिया सिंह, वंदिता पांडेय व युवा कवि आनंद कनौजिया ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं बांधे रखा। सभी कवि-कवयित्रियों के साथ रवि सारस्वत, शशांक व वल्लरी को अंग वस्त्र व सम्मान पत्र देकर बिम्ब के पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगर के सहित्यप्रेमी बुद्धिजीवी श्रोता उपस्थित रहे।