परिवहन निगम मे अपनी-अपनी ढपली अपना-अपना राग

परिवहन निगम वरिष्ठ लिपिक के आगे निगम अधिकारियों के आदेश हुये नतमस्तक

 20 वर्षों से एक ही डिपो में तैनात है वरिष्ठ लिपिक

15 माह पूर्व हुआ स्थानांतरण नहीं संभाला पदभार

स्थानांतरण नीति की खुलेआम उढ़ाई जा रही धज्जियां

 

  न्यूज़ डेस्क ।  

लखनऊ,उजाला सिटी न्यूज़। यूपी परिवहन निगम लखनऊ क्षेत्र में 30 जून 2024 को 9 वरिष्ठ लिपिकों का स्थानांतरण किया था। जिसमें 7 वरिष्ठ लिपिकों ने अपना – अपना पद भार ग्रहण कर लिया। अतिरिक्त दो वरिष्ठ लिपिक अनिल कुमार खरे (चारबाग से अवध डिपो), अनिल प्रकाश मौर्या(अवध से क़ैसरबाग-प्रबंधन) वरिष्ठ लिपिक ने अभी तक अपना कार्य भार ग्रहण न करने का मामला सामने आया है।जबकि दोनों वरिष्ठ लिपिक करीब 20 साल से एक ही डिपो में सिक्का जमाये बैठे हैं ।

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि परिवहन निगम मुख्यालय से लेकर क्षेत्रीय प्रबन्धक कार्यालय के किस आदेशानुसार दो वरिष्ठ लिपिको को नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने से रोका गया। सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक चारबाग और अवध डिपो ने वरिष्ठ लिपिक अनिल कुमार खरे चारबाग डिपो और अनिल प्रकाश मौर्या को अवध डिपो से रिलीव क्यो नहीं किया। वहीं दूसरी तरफ उमाचन्द ओजी प्रथन अवध डिपो में करीब 20 साल से कार्यरत हैं वरिष्ठ लिपिक का स्थानांतरण अवध डिपो से आलमबाग डिपो किया गया। लेकिन उमाचन्द ने भी अभी तक अपने पद भार को ग्रहण नहीं किया है।

इस आधार पर कहना यह बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि दोनों वरिष्ठ लिपिकों को किसी अधिकारी का संरक्षण प्राप्त नहीं है। शासनादेश की स्थानांतरण नीति की नियमावली के अनुसार प्रत्येक परिवहन निगम कर्मी एक डिपो में 3 वर्ष से अधिक कार्य नहीं कर सकता। पूरे मामले की जब पूरी जानकारी क्षेत्रीय प्रबन्धक से लेनी चाही गही तो आर के  क्षेत्रीय प्रबन्धक ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।