मतदाता सूची में डुप्लीकेट नाम लोकतंत्र के लिए खतरा – सरकार की बड़ी लापरवाही

लखनऊ,उजाला सिटी। लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि पिलीभीत, वाराणसी, बिजनौर और हापुड़ जैसे जिलों में हजारों की संख्या में डुप्लीकेट मतदाता नाम दर्ज होना चुनावी प्रक्रिया पर गहरी चोट है। यह सिर्फ एक तकनीकी गलती नहीं, बल्कि मतदाता सूची की गंभीर अनियमितता और प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है।

 

सुनील सिंह ने कहा कि अगर एक ही व्यक्ति का नाम दो या तीन बार दर्ज है, तो यह मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाता है। पंचायत चुनाव जैसे संवेदनशील लोकतांत्रिक अभ्यास में यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।

 

सुनील सिंह ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग और शासन को तत्काल विशेष अभियान चलाकर मतदाता सूची को शुद्ध करना चाहिए। उन्होंने मांग की कि जिन ब्लॉकों में डुप्लीकेट नाम पाए गए हैं, वहां जिम्मेदार अधिकारियों की जांच कर कार्रवाई की जाए और सभी राजनीतिक दलों को सत्यापित मतदाता सूची की प्रति दी जाए।

 लोकतंत्र की जड़ें पारदर्शिता पर टिकी हैं, और अगर मतदाता सूची ही संदिग्ध हो जाएगी, तो चुनाव निष्पक्ष नहीं रह सकते।