उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
05/03/2025
लखनऊ कम्युनिकेशन सोसाइटी द्वारा अवध एकेडमी कॉलेज में आयोजित
तीन दिवसीय समारोह के दूसरे दिन 6 मार्च को नाटक “बाप रे बाप” का मंचन होगा
लखनऊ,उजाला सिटी न्यूज़। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली की प्रोडक्शन ग्रांट के अंतर्गत लखनऊ कम्युनिकेशन सोसाइटी की ओर से तीन दिवसीय नाट्य समारोह, अयोध्या रोड स्थित अवध एकेडमी इंटर कॉलेज परिसर में, 5 से 7 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। यह समारोह वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी डॉ.दरबारी लाल अस्थाना की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें समर्पित किया गया है। इसके उद्घाटन समारोह में बुधवार पांच मार्च को नव अंशिका फाउण्डेशन के रंगमंडल की ओर से तमाल बोस के लिखे नाटक “आज़ादी के वीर सपूत” का मंचन नीशू त्यागी के निर्देशन में किया गया। नाम के अनुरूप ही नाटक ने छात्राओं को संदेश दिया कि राष्ट्र प्रेम सर्वोपरि होता है। इस क्रम में गुरुवार 6 मार्च को थिएटर एवं फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के रंगमंडल द्वारा नाटक “बाप रे बाप” का मंचन दबीर सिद्दीकी के निर्देशन में किया जाएगा।
नाटक “आज़ादी के वीर सपूत” के अनुसार अंग्रेजों के शासन काल में क्रान्तिकारी शान्तिराय अपना सब कुछ देश की आजादी के लिए कुर्बान कर देना चाहते हैं। उनकी देशभक्ति से प्रभावित होकर अशोक, देवव्रत, कुमुद, विपिन, सिराजुल और ज्योतिर्मय भी उनका साथ देते हैं। इस नाटक में मंच पर देवव्रत की भूमिका सौरभ वर्मा, अशोक की विवेक रंजन सिंह, कुमुद की राहुल पाठक, सिराजुल की सिद्धार्थ, ज्योतिर्मय की मोहम्मद नदीम, विपिन की विकास राजपूत, राधा की रुचि रावत, राधा की सहेली की राधा अस्थाना, अशोक की मां की प्रियंका देवी, अशोक की पत्नी की तन्नू कश्यप, अशोक के पिता की विकास राजपूत, हितेन की कुलदीप श्रीवास्तव, प्रकाश की रोहित श्रीवास्तव, अंग्रेज अफसर की गौरव सिंह, सिपाही की आदि और सौरभ विष्ट ने भूमिका अदा कर प्रशंसा हासिल की।
संयोजक मंडल में शामिल दबीर सिद्दीकी, नीशू त्यागी, शुभ्रा अस्थाना, आनन्द अस्थाना, विजय लक्ष्मी गुप्ता और नितिन अस्थाना की ओर से वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी डॉ.दरबारी लाल अस्थाना सम्मान, अवध एकेडमी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य और समाजसेवी रुचि यादव को दिया गया। वह विगत कई वर्षों से अपने शैक्षिक संस्थान की सहायता से “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ” के अभियान को सशक्त कर रहे हैं। इसके साथ ही महिलाओं के उत्थान में लगातार अपनी सेवाएं दे रही नीशू त्यागी को भी अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी डॉ.दरबारी लाल अस्थाना की पुत्रवधू शुभ्रा अस्थाना ने बताया कि डॉ.दरबारी लाल अस्थाना का जन्म 24 जुलाई 1905 को आगरा में हुआ था। स्वतंत्रता के पच्चीसवें वर्ष के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम में स्मरणीय योगदान के लिए राष्ट्र की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें 15 अगस्त 1972 को ताम्रपत्र से सम्मानित किया था। 3 मार्च 1985 को लगभग 80 वर्ष की आयु में उनका स्वर्गवास हुआ था। महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन में डॉ. दरबारी लाल अस्थाना काफी सक्रिय रहे थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद डॉ. दरबारी लाल अस्थाना ने देहरादून में रहकर मेडिकल प्रैक्टिस आरंभ की। बाद में वह लखनऊ आ गए और साल 1954 से उन्होंने उत्तर प्रदेश गांधी स्मारक निधि लखनऊ केन्द्र के संचालक के रूप में लम्बे समय तक कार्य किया। उन्होंने गांधी तत्व प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश में अनेकों गांधी अध्ययन केन्द्रों और युवा शिविरों का आयोजन किया था।