अग्रगामी महिला समिति ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन ,सभी मांग थी महिलाओं से संबंधित

भदोही,उजाला सिटी  न्यूज़।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर शनिवार को अखिल भारतीय अग्रगामी महिला समिति की कार्यकर्ताओं ने महिलाओं से संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर सीएचसी पर पहुंची। जहां पर उनके द्वारा राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक के न रहने पर मुख्य लिपिबद्ध को सौंपा।
इस दौरान जिलाध्यक्ष रामगेना गौतम ने कहा कि आशा बहुओं, संगनियों और आंगनवाड़ी में कार्यरत महिलाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और उनका वेतन 40 हजार रुपए प्रतिमाह हो। भारत की प्रत्येक गृहस्थ महिला को 15 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएं। मनरेगा तथा अन्य योजनाओं में श्रमिक महिलाओं की दिहाड़ी मजदूरी 700 रुपए प्रतिदिन होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी, गैर सरकारी तथा प्राइवेट संस्थानों में अध्यनरत छात्राओं को शिक्षा पर फीस से मुक्त रखा जाए और यदि किसी भी संस्थान द्वारा छात्राओं से फीस लिए जा रहे हैं तो उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान किया जाए। सभी सरकारी, गैर सरकारी व प्राइवेट संस्थानों में कार्य करने वाली महिलाओं को मासिक धर्म के समय 4 दिन का अवकाश बिना वेतन काटे दिए जाएं। कहा कि महिलाओं के नाम बिजली कनेक्शन होने पर 50 फीसदी छूट दिए जाएं। वहीं रेलयात्रा व अन्य यातायात संसाधनों में महिलाओं को 50 फीसदी की छूट दी जाए।
इस मौके पर दुर्गावती, जयदेवी, सावित्री देवी, निर्मला, कुमारी, नीतू, प्रमिला, मंजू, शकुंतला, मनराजी, चंद्रिका, आरती, उर्मिला, जडावती व रीता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।