उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
29/08/2024
शहरवासियों को ये उम्मीद थी की जलकल के नए महाप्रबंधक के आ जाने के बाद से शहर में हो रही जलापूर्ति की स्थिति में सुधार होगा शहर के निवासियों को गंदे पानी से निजात मिलेगी लेकिन जिस तरह से महाप्रबंधक जलकल कुलदीप सिंह की कार्यशैली है उससे तो यही लग रहा है अभी लम्बे समय तक कोई राहत मिलने के आसार नहीं है.
आपको बताते चले बीते मंगलवार को एलडीए द्वारा ज़ोन 8 में नागरिक समाधान दिवस का आयोजन किया गया था. जिसमे सम्बंधित विभागों से सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे. इस समाधान शिविर में कमिश्नर डॉ.रोशन जैकब, जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार समेत तमाम अधिकारी शिकायतों की सुनवाई कर रहे थे. सीवर एवं जलापूर्ति की शिकायतें आने पर जलकल के महाप्रबंधक कुलदीप सिंह को कमिश्नर रोशन जैकब ने पूछा लेकिन महाप्रबंधक जलकल एवं इनके यहाँ के अधिकारियों ने इस समाधान दिवस पर आना उचित नहीं समझा.
जलकल के महाप्रबंधक कुलदीप सिंह को जनता की समस्याओ की से ज्यादा ३० अगस्त को नगर निगम में प्रस्तावित सदन की चिंता है. महाप्रबंधक जलकल कुलदीप सिंह पार्षदों से मिलकर अपनी समस्याओ को दूर करने में लगे हुए है. जिस कारण से महाप्रबंधक जलकल कुलदीप सिंह एलडीए द्वारा आयोजित नागरिक समाधान दिवस पर नदारद रहे.
लखनऊ शहर में ज्यादातर मोहल्ले में नालियों से होकर पानी की पाइप लाइन गुजर रही है लेकिन जलकल विभाग आँखे मूंदे हुए बैठा हुआ है. नालियों से होकर जा रहे पाइप लाइन को हटाने के लिए मेयर सुषमा खर्कवाल भी जलकल के महाप्रबंधक को आदेश दे चुकी है. लेकिन जलकल विभाग को मेयर के आदेश की कोई परवाह नहीं है. जोन 2 के चित्ताखेड़ा की इन तस्वीरों को देखिये कैसे पानी के पाइप लाइन में जंग लगी हुई है और ये पाइप लाइन नालियों से होकर गुजर रही है अब ये गन्दा पानी पीकर जनता बीमार नहीं पड़ेगी तो और क्या होगा.
फैजुल्लागंज क्षेत्र जोन 3 के बाल सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी भी क्षेत्र में हो रही गंदे जलापूर्ति की शिकायत कई बार कर चुकी है. आज उन्होंने अपने सोशल मिडिया के ट्विटर अकाउंट पर पिछले 4 महीने से हो रही गंदे पानी के सप्लाई की तस्वीर भी पोस्ट की एवं अपनी इस पोस्ट पर शहर के कई मंत्रियो को टैग किया है.
आईजीआरएस में भी जलकल विभाग के अधिकारी खेल करने में लगे हुए है. जोन ३ के महानगर वार्ड स्थित नई बस्ती रहीम नगर में करीब छह महीने से पानी की समस्या थी. लेकिन जलकल के अधिकारियो ने इस समस्या को सीवर की समस्या बताकर निस्तारण कर दिया. जलकल के महाप्रबंधक को इन सब विषयो पर भी ध्यान देना चाहिए क्यूंकि गलत आख्या लगाकर प्रदेश सरकार की साख़ पर बट्टा लगाने का कार्य कर रहा है जलकल विभाग.
सवाल फिर वही है क्यूं जलकल विभाग क्यों गंदे पानी की समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है. क्या किसी बड़ी बीमारी के इन्तजार में है जलकल विभाग? क्यों जलकल विभाग के महाप्रबंधक एवं अधिकारी किसी भी वरिष्ठ अधिकारियो की बात को अनसुना करते है? क्या नगर आयुक्त एवं मेयर इन लापरवाह अधिकारियो के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करेंगे?