उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
25/03/2025
भाजपा सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में समाज को बांटने और नफरत फैलाने के अलावा कोई काम नहीं किया
लखनऊ ,उजाला सिटी न्यूज़ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में समाज को बांटने और नफरत फैलाने के अलावा कोई काम नहीं किया। झूठ, लूट और बेईमानी की नीति पर चलते हुए भाजपा सरकार ने प्रदेश को महंगाई, बेरोजगारी और अराजकता के अंधकार में धकेल दिया है। सरकारी धन के दुरुपयोग और झूठे प्रचार से भाजपा सरकार भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून व्यवस्था और नाकामियों को छिपाना चाहती है। लेकिन जनता सब जानती है। वह भाजपा को 2027 के विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने को तैयार बैठी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने, निवेश और जीरो टॉलरेंस के नाम पर प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम किया है। पूरे प्रदेश में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। गरीबों को न्याय नहीं मिल रहा है। सत्ता के संरक्षण में दबंगों की दादागीरी चल रही है। सत्ताशीर्ष से लेकर थाने, तहसील तक अधिकारी, कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त है। हर काम में कमीशनखोरी और मुनाफाखोरी की इंतिहा हो गई है।
यादव ने कहा कि झूठे विज्ञापनों से चाहे भाजपा सरकार जितने बड़े-बड़े दावे कर ले, जमीनी हकीकत का सभी को अच्छी तरीके से पता है। जनता की गाढ़ी कमाई लुटाने वाली भाजपा सरकार को कभी माफी मिलने वाली नही है। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार हर मानक में पिछड़ता जा रहा है। कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। बेटियों, महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर पहुंच गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से छेड़खानी की घटनाएं सामने आ रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि अस्पतालों में दवा, इलाज और जांच की सुविधाएं नहीं हैं। मेडिकल कॉलेज के नाम पर अधूरी बिल्डिंगे खडहर होती दिखाई देती है। निवेश के नाम पर इस सरकार में संगठित भ्रष्टाचार चल रहा है। कमीशन लेकर जेंबो को भरा जा रहा हैं। अब समझ में आया कि भाजपा सरकार में इन्वेस्ट समिट क्यों कराई जाती रही है, इसके पीछे निवेश नहीं कमीशनखोरी का भाजपाई लालच काम करता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से हर वर्ग परेशान है। जनता 2027 के चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाकर इस कुशासन का अंत कर देगी।