ए पी सेन कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग ने पर्यावरण संवर्धन के साथ पितरों को याद किया

 लखनऊ , उजाला सिटी | ए पी सेन कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा "पितृपक्ष और पंच महायज्ञ का समाजशास्त्रीय महत्व" विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया l संगोष्ठी आरंभ करते हुए विभाग प्रभारी प्रोफेसर श्वेता तिवारी ने शास्त्रीय परंपरा में  वर्णित 'पांच महायज्ञ' का तात्कालिक परिस्थितियों में अनुष्ठानिक महत्व के साथ उसके व्यावहारिक पक्षो से  छात्राओं को अवगत कराया साथ ही सनातनी परंपरा में वर्णित देव यज्ञ, ऋषि यज्ञ ,मातृ यज्ञ ,पितृ यज्ञ, अतिथि यज्ञ और नृयज्ञ के व्यावहारिक महत्व के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला।डॉ कीर्ति गौड द्वारा स्वधर्म पर बल देते हुए सामाजिक मूल्यों की महत्व को छात्राओं बताया ।बी ए की छात्रा प्रियांशी  ने सामाजिक मूल्य और उनके संवर्धन के लिए व्यवहारिक उपाय बताएं । पूर्व छात्रा पूजा ने  धर्म के व्यवहार पक्ष पर प्रकाश डाला l एएम की अनमोल द्वारा पितृपक्ष में पितरों को याद करने तथा समाज के लोगों वाले पडने  वाले प्रभाव की चर्चा की।इस अवसर पर उपस्थित एल्युमिनाई छात्राओ  पूजा प्रजापति,अनमोल ,माधवी , प्रियंका ,कीर्ति द्वारा सनातनी परंपरा और वर्तमान परिदृश्य का वर्णन किया और उसके समाजशास्त्री  महत्व पर अपने विचार रखें।   शास्त्री परंपरा में वृक्षों के महत्व को व्यवहार के रूप में बताने के लिए श्वेता तिवारी के नेतृत्व में सभी छात्राओं ने कॉलेज में तुलसी के बीजरोपित कर  अपने पूर्वजों को याद किया और पौधों के संवर्धन का  संकल्प भी लिया । अंत में विभाग की प्रवक्ता नर्मदा मौर्य ने  छात्राओं के प्रयास की सराहना करते हुए  सामाजिक मूल्यों का निष्ठा पूर्वक  पालन पर बल दिया।