अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में मनाया गया डा. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमेन का जन्मदिवस

डा॰ उमंग खन्ना ने होम्योपैथी के जनक Dr॰Christian Friedrich Samuel Hahnemann के जन्मदिवस के अवसर पर "होम्योशक्ति 2025" सफलतापूर्वक, हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

 

उजाला सिटी न्यूज़ । राजधनी लखनऊ में समूर्ण विश्व में दूसरी सबसे लोकप्रिय चिकित्सा विधा होम्योपैथी के उत्सव को 270 वर्षों से सम्पूर्ण विश्व में #WorldHomoeopthy Day के रूप में मनाया गया। होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के संस्थापक डा. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमेन के अवसर पर विगत वर्षों से डा॰ उमंग खन्ना द्वारा होम्योशक्ति 2025" कार्यक्रम आयोजित हुआ । इस वर्ष आयोजित हुए उक्त कार्यक्रम में सम्पूर्ण देश से 700 से अधिक होमियोपैथी चिकित्सक उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम प्रदेश में जनहित कार्य कर रही उम्मीद संस्था और आल इण्डिया पयाम ए इंसनियत फोरम एवं राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कालेज एवं अस्पताल, लखनऊ के साथ अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में दिनांक 10 अप्रैल को आयोजित किया गया।

 

कार्यक्रम का उद्देशय विश्व की दूसरी सबसे बड़ी चिकित्सा पद्यति के प्रचार-प्रसार की गति को तीव्रता देना है. सम्पूर्ण भारत से पधारे होम्योपैथी के पुरोधाओं ने विषय पर मंथन किया। डा उमंग खन्ना ने बताया आज बीमारियों की उत्पति और प्रारूप में परिवर्तन आया है। आज मृत्यु दर में हैजा, कोलेरा बीमारियों से नहीं टपतने उनजंजपवद एवं जीवन शैली जनित बीमारियों से वृद्धि हो रही है। होम्योपैथी आयुर्वेद का तमपिदमक रूप है जिसमें इलाज कारन जानने से अधिक लक्षणों के आधार पर होता है। एग्रोहोयोपैथी, प्रतिरक्षण एवं बचाव की होम्योपैथिक औषधियां प्रयोग की जाती रही हैं।

 

कार्यक्रम का उद्घाटन बृजेश पाठक डिप्टी सीएम ने दीप प्रज्वलन से किया। डा विजय पुष्कर ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया। पंकज सिंह जी ने होम्योपैथी के स्वयं परिवार में उपयोग करने की बात कही डा अरविन्द कुमार वर्मा (निदेशक होम्योपैथी) द्वारा होम्योपैथी के विकास का रोडमैप प्रस्तुत किया। दानिश आजाद अंसारी ने होम्योपैथी का घनी आबादी में बीमारियों के रोकथाम में होम्योपैथी के योगदान को समझाया, डा महेंद्र सिंह ने होम्योपैथी को आयुर्वेदा से जोड़ पुराने समय में आयुर्वेद के अलकोहल प्रिजर्वेशन की चर्चा की, कार्यक्रम में डा नीरज बोरा, मुकेश शर्मा, अनुराग मिश्रा (नगर निगम कार्यकारिणी), कमलेश मिश्रा, मौलाना खालिद रशीद फरंग महली, मौलाना बिलाल हसनी नदवी दारुल उलूम नदवातुल उलमा के चांसलर, डा अली अब्बास महादी, आयुष मंत्रालय के सचिव एवं पदाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा (निदेशक होमियोपैथी), महन्त धर्मेंद्र दास जी, श्री श्री तुलसीदास जी महाराज, डा विजय पुष्कर (प्राचार्य छभ्डर, लखनऊ), सहित आठौं सरकारी होम्योपैथिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य, ज्ञळडन के तमाम विभागाध्यक्ष इत्यादि शहर के तमाम प्रबुद्ध जन एवं सम्मानित व्यक्तित्वों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। तमाम होम्योपैथिक स्कालर्स ने होमियोपैथी के विषयों पर अभिभाषण दिया। कार्यक्रम में रागनेस बैंड, पंथम बैंड, राजकीय नेशनल होम्योपैथिक कालेज, शंतजपां कलांगन के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से समां बाँध दिया। राजकीय नेशनल होम्योपेथिक क लेज के छात्रों ने साइंटिफिक सेशन में रिसर्च प्रस्तुत की और क्विज का आयोजन किया। डा अमित शुक्ल की पुस्तिका द होम्यो होल का विमोचन डा महेंद्र सिंह ने किया।

इस कार्यक्रम में सम्पूर्ण भारत से चिकित्सकों की उपस्थिति, सक्रिय सहभागिता, स्नेह, विश्वास और आशीर्वाद निश्चित रूप से होम्योपैथी को तीव्र गति से प्रगति की राह पर ले जाने में मील का पत्थर साबित होगा।