उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
25/03/2025
लखनऊ सिटी हीटवेव एक्शन प्लान 2025 पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
हीटवेव से बचाव के लिए बहु-एजेंसी समन्वय और रणनीति पर चर्चा
लखनऊ, उजाला सिटी न्यूज़ । उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UP SDMA) और लखनऊ नगर निगम (LMC) के संयुक्त तत्वावधान में "लखनऊ सिटी हीटवेव एक्शन प्लान 2025" पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह वर्कशॉप SBM कार्यालय, एल्डेको ग्रीन, गोमती नगर में आयोजित हुई, जिसमें सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों, विशेषज्ञों और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य
इस कार्यशाला का उद्देश्य लखनऊ को लू (हीटवेव) के प्रभाव से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक रणनीतियों और तैयारियों पर चर्चा करना था। इस दौरान स्वास्थ्य प्रबंधन, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, पशुपालन, बहु-एजेंसी समन्वय और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया।
मुख्य अतिथि का संबोधन
कार्यशाला के मुख्य अतिथि UP SDMA के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी (सेवानिवृत्त) पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम ने अपने संबोधन में कहा,
"माननीय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 19 मार्च 2025 को हुई बैठक के निर्देशानुसार, लू के प्रभाव को कम करने के लिए पानी और छाया की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए।"
उन्होंने हीटवेव से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए:
✔ अस्पतालों को लू से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया जाए।
✔ जनजागरण के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, होर्डिंग्स और अन्य प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाए।
✔ हीटवेव की पूर्व चेतावनी (Early Warning) ग्राम पंचायत स्तर तक प्रसारित की जाए।
✔ तापमान बढ़ने पर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को सक्रिय किया जाए।
✔ उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में कूलिंग सेंटर और जलयोजन (हाइड्रेशन) बिंदु स्थापित किए जाएं।
✔ रात में भी बढ़ते तापमान को ध्यान में रखते हुए जागरूकता बढ़ाई जाए।
हीटवेव से बचाव के लिए उठाए जा रहे कदम
कार्यशाला में विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों ने हीटवेव से निपटने के लिए निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की –
✅ हीटवेव एक्शन प्लान और प्रशासन की भूमिका – विशेषज्ञों ने बताया कि गर्मी के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरी है।
✅ राज्य और जिला स्तर पर एक्शन प्लान का क्रियान्वयन – UP SDMA ने बताया कि सभी जिलों को हीटवेव से बचाव के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
✅ महिला और बच्चों की सुरक्षा – यूनिसेफ ने कहा कि गर्मी से सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे प्रभावित होते हैं, इसलिए उनके लिए विशेष इंतजाम किए जाएं।
✅ स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग की तैयारी – स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी से होने वाली बीमारियों और पशुओं की देखभाल के लिए आवश्यक तैयारियों की जानकारी दी।
महत्वपूर्ण तथ्य:
➡ 2024 में लखनऊ का तापमान 49°C तक पहुंच गया था, जिससे हीटवेव से बचाव के लिए ठोस रणनीति आवश्यक है।
➡ लखनऊ के लिए हीटवेव का थ्रेशोल्ड 39.6°C तय किया गया है, जिसके बाद आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें सक्रिय हो जाएंगी।
➡ सरकारी विभागों, नगर निगम और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समन्वय से हीटवेव एक्शन प्लान 2025 को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
➡ आम जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
लखनऊ नगर निगम की बड़ी पहल
कार्यशाला में नगर आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह (आईएएस) ने कहा कि लू से बचाव के लिए शहर में ग्रीन बेल्ट विकसित करने पर जोर दिया जाएगा।
✔ सार्वजनिक स्थलों पर छाया और पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी।
✔ स्लम इलाकों के घरों की छतों पर सफेद पेंट/चूना लगाया जाएगा, जिससे तापमान 3-4°C तक कम किया जा सके।
✔ गर्मी से बचने के लिए 'छाया-पानी और ORS (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन)' का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
✔ सड़क किनारे और खुले स्थानों पर अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे शहर का तापमान कम किया जा सके।
विशेषज्ञों और अधिकारियों की मौजूदगी
इस कार्यशाला में निम्नलिखित प्रमुख विशेषज्ञों और अधिकारियों ने भाग लिया –
✅ डॉ. महावीर गोलेच्छा (IIPH- गांधीनगर)
✅ डॉ. कनीज़ फातिमा (परियोजना निदेशक, UP SDMA)
✅ यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि
✅ लखनऊ नगर निगम और स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, एकीकृत बाल विकास सेवाएं, हॉर्टिकल्चर विभाग, अग्निशमन विभाग, जलकल विभाग
कार्यशाला के मुख्य बिंदु:
🔹 हीटवेव से बचाव के लिए बहु-स्तरीय समन्वय जरूरी है।
🔹 राज्य और जिला स्तर पर हीटवेव एक्शन प्लान को लागू किया जाएगा।
🔹 महिला और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे।
🔹 गर्मी से संबंधित बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी करेगा।
🔹 लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार और प्रशिक्षण अभियान चलाए जाएंगे।
इस कार्यशाला के माध्यम से हीटवेव से निपटने के लिए प्रशासन, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के सामूहिक प्रयासों की जरूरत को रेखांकित किया गया। सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय बनाकर इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाएंगी।
भविष्य की योजना
➡ हीटवेव से बचाव के लिए नगर निगम और UP SDMA मिलकर अधिक से अधिक ग्रीन बेल्ट विकसित करेंगे।
➡ लोगों को लू से बचने के लिए सावधानियों और उपायों की जानकारी दी जाएगी।
➡ हीटवेव अर्ली वार्निंग सिस्टम को ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाया जाएगा।
➡ सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठन मिलकर काम करेंगे।
इस कार्यशाला से यह स्पष्ट हुआ कि समुचित योजना और जनसहयोग से लखनऊ को हीटवेव के प्रभाव से बचाया जा सकता है।