उजाला सिटी न्यूज़
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
12/01/2025
घरेलू गैस सिलिंडर रिफलिंग में जोरों पर चल रहा छोटे सिलिंडर का अवैध कारोबार
लखनऊ - उजाला सिटी न्यूज़। राजधानी से लेकर ग्रामीण इलाकों में रसोई गैस की घटतौली का नेटवर्क छोटे सिलिंडर से होकर गुजर रहा है। जिला प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से हो रहे इस बड़े धंधे पर कभी लगाम नहीं लगी। हर गली और चौक-चौराहे पर छोटी-छोटी दुकानों में रीफिलिंग का कारोबार चल रहा है। 350 से 450 रुपये या इससे भी अधिक दाम पर गैस भरी जा रही है।
छात्र और किराये के मकान में रहने वाले लोग पांच किलो और ढाई किलो के छोटे गैस सिलिंडर का इस्तेमाल करते हैं। अवैध रीफिलिंग करने वाले 100 से 200 रुपये अधिक कीमत पर गैस कंपनियों के वेंडरों से सिलिंडर खरीदता है। छोटे गैस सिलिंडर में 95 रुपये से लेकर 110 रुपये प्रति किलो तक के हिसाब से गैस भरी जाती है। इस तरह अवैध गैस रिफलिंग में एक सिलिंडर से दोगुना तक फायदा है।
60 हजार है छोटे सिलिंडर के उपभोक्ता
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के एजेंसियों से जुड़े लगभग 60 हजार छोटे गैस सिलिंडर के उपभोक्ता हैं। इन्हें एजेंसियों से छोटे गैस सिलिंडर रीफिल कराने की सुविधा प्रदान की गई है। 5 किलो की टंकी वाले छोटे सिलिंडर 335 रुपये में रीफिल होते हैं।
इन इलाकों में रीफलिंग का कारोबार
जानकीपुरम के भवानी बाजार, 60 फ़ीट रोड, एकेटीयू चौराहे, सेक्टर 3, सेक्टर 6, गुडम्बा के सेक्टर जे, शिवानी विहार, टेड़ीपुलिया, छुईयापुरवा, सेक्टर एच बेहटा बाजार आदि इलाकों में यह धंधा जोरों पर है। वहीं मोमोज और फास्टफूड का स्टाल लगाने वाले इन छोटे सिलिंडर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह शिकायत मिलती रहती है कि छोटे गैस सिलिंडर का गलत तरीके से रीफिल किया जा रहा है। बाहरी दुकानों पर रीफिलिंग वाले छोटे सिलिंडर काफी खतरनाक होते हैं। इन सिलिंडर की चादर काफी हल्के होते हैं, जिससे हादसे होते रहते हैं।