दो दिवसीय फूलों की प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन
मंजू श्रीवास्तव
लखनऊ, उजाला सिटी। गुलाब और ग्लैडिओलस के फूलों के बीच राममय हुआ राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई ) का सेंट्रल लॉन। मौका था दो दिवसीय गुलाब और ग्लैडिओलस प्रदर्शनी का शुभारम्भ जस्टिस एके श्रीवास्तव जज उच्च न्यायालय एवं डॉ. भास्कर नारायण, निदेशक वैऔअप -भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान के द्वारा किया गया। प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण लॉन में बनाया गया अयोध्या के राम मन्दिर की तर्ज पर फूलों से बनाया गया राम मन्दिर रहा। इसके साथ इस बार प्रदर्शनी में सुरीली धुन की जगह रामनामी भजन लोगों को आकर्षित किये। पुष्प प्रदर्शनी देखने आये युवाओं का उत्साह देखने योग्य था। हर कोई फूलों से बने राम मन्दिर के मॉडल के साथ फोटो खींचवाने को आतुर दिखा। प्रदर्शनी के संयोजक डॉ. एसके तिवारी ने बताया कि इस प्रदर्शनी में प्रदर्शकों के लिए 24 रनिंग चैलेंज शील्ड कप ट्राफियों सहित इस प्रदर्शनी में विभिन्न सरकारी, अर्द्ध सरकारी विभाग, स्वायत्त निकाय, व्यक्तिगत उत्पादक, महिलायें, नर्सरियों के लोग एवं मालियों से विभिन्न वर्गो में प्रतिभागिता के लिए 47 प्रदर्शकों से कुल 448 प्रविष्टियॉं प्राप्त हुईं। साथ ही संस्थान द्वारा विशेष पवेलियन को भी लगाया गया हैं जिसमे संस्थान के गुलाब एवं ग्लेडियोलस के संग्रह की चुनिंदा किस्मों को विभिन्न वर्गों एवं कट फ्लावर्स के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ साथ ग्लैडिओलस एवं गुलाब की कृषि से संबंधित तकनीकी जानकारी को भी अलग से प्रदर्शित किया जा रहा है। इसी क्रम में सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा विकसित विभिन्न हर्बल उत्पादों, सूक्ष्मजैविक प्रौद्योगिकी आदि को जन-मानस के लिए अवलोकनार्थ रखी गयी हैं। प्रदर्शनी में पौधे व पर्यावरण प्रदूषण, बोन्साई पौधों, संकटग्रस्त एवं कैक्टस पौधों आदि पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं संस्थान में स्थापित ह्यपौधे एवं प्रदूषण विषयक पर्यावरण संबंधी जानकारी, जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम केंद्र द्वारा आम जन में पौधों के द्वारा प्रदूषण प्रबंधन हेतु एक जागरूकता कार्नर भी लगाया गया है। प्रदर्शनी का समापन रविवार को होगा और विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जायेगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि प्राविधिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव एम देवराज एवं एसीएसआईआर, गाजियाबाद के निदेशक डॉ. मनोज कुमार धर उपस्थित होंगे।