अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित किए जाने को लेकर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बयान दिया है। उन्होंने गांधी परिवार को लेकर कहा कि उन्हें एक महिला की जान की कोई परवाह नहीं है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने पर किए जा रहे सत्याग्रह पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में लापरवाही के कारण एक महिला की मौत हो गई। मैं अचंभित हूं कि गांधी खानदान की ओर से चलाए जा रहे अस्पताल में एक महिला की मौत होती है। ऐसे में उसके परिजनों को सहारा देने और आरोपी पर कार्यवाही की जगह वो अपना मुनाफा बंद होने पर रो रहे हैं। उनकी नजरों में एक महिला की जान की कोई कीमत ही नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को लखनऊ में मीडियाकर्मियों से बातचीत में ये बयान दिया। इसके पहले, उन्होंने मंगलवार को लखनऊ में आयोजित रोजगार मेले में नियुक्ति पत्र वितरण किया।
इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज जिनको नियुक्ति पत्र मिले हैं वो लोग आम लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरें। तकनीकी के इस दौर में आम आदमी को इस डेस्क से दूसरी डेस्क भटकना न पड़े। हाल में हुए जी 20 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कर दिखाया है कि किस तरह हर स्तर के अधिकारी, कर्मचारी को साथ लेकर चला जाए। आज यहां डाक विभाग ने भी कई विभागों के समन्वय से यह कार्यक्रम किया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी, आम आदमी से सरलता से बर्ताव करें। नागरिक को मालिक और खुद को सेवक समझें। इसमें बहुत सारे ऐसे लोग आए हैं जो प्राइवेट नौकरी छोड़कर देश सेवा के लिए आए हैं। ऐसे में भारत का उज्जवल भविष्य आप पर निर्भर करता है।