राजू त्रिपाठी
बांदा, उजाला सिटी। शहर के मोहल्ला इंदिरा नगर निवासी विनोद त्रिपाठी और उनका परिवार प्रसिद्ध तीर्थ बागेश्वर धाम से लंबे समय से जुड़ा है। उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से इस ध्वज को स्थापित करवाने की इच्छा जाहिर की थी। सारी तैयारी के बाद सोमवार को बागेश्वर धाम में वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ विधिविधान से इस 111 फुट ऊंचे भगवाध्वज की स्थापना की गई। स्वयं पीठाधीश्वर और विनोद त्रिपाठी ने मशीन का बटन दबाकर झंडा फहराया। इस झंडे की लंबाई 11 फुट है। इस झंडे में ऊपर ‘जय श्रीराम’ और नीचे ‘हिंदू राष्ट्र’ लिखा हुआ है। लोहे और एल्यूमिनियम के इस विशाल ध्वज को कपिध्वज नाम दिया गया है। ध्वज को नीचे से बटन द्वारा संचालित करने के लिए एक उपकरण लगाया गया है, जिससे से आसानी से चढ़ाया और उतारा जा सकता है। इस अवसर पर पीठाधीश्वर पं.शास्त्री ने कहा कि यह ध्वज हिन्दू राष्ट्र की प्रेरणा को आगे बढ़ाएगा। कहा कि महाभारत के युद्ध में भी उनके रथ पर हनुमानजी महाराज विराजमान थे। इसलिए पांच पांडव सौ कौरवों पर भारी पड़े। बताया कि त्रिपाठी परिवार बागेश्वर धाम से कई वर्षों से जुड़ा है। इस ध्वज स्थापना के लिए उन्होंने कई बार आग्रह किया। आखिरकार दूर से ही नजर आने वाला यह विशाल ध्वज आज यहां स्वतंत्र हवा में फहरा रहा है। इस अवसर पर इस ध्वज भेंट करने वाले बांदा के विनोद त्रिपाठी ने कहा कि बागेश्वर धाम वह प्रसिद्ध तीर्थ है, जहां आकर सभी दुख दूर होते हैं। जो सनातनी अभी तक इस धाम को नहीं आए हैं, वे एक बार यहां अवश्य आएं। ध्वज स्थापना कार्यक्रम में विनोद त्रिपाठी समेत उनकी पत्नी नीलम त्रिपाठी, आलोक द्विवेदी, अमन त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, मेघा, सुनीता, अभिषेक, आनंद समेत पूरा त्रिपाठी परिवार उपस्थित रहा।